बुखार के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है? Fever treatment 2023
बुखार के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है? 2023 : जब भी किसी व्यक्ति का बॉडी टेंपरेचर बढ़ता है तो उसे बुखार कैसे बुखार शरीर के किसी बीमारी से ग्रस्त होने का संकेत हो सकता है। वयस्क में 98.5 फॉरेनहाइट तापमान को सामान्य माना जाता है राखी बुखार कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। फिर भी कुछ दवाइयां लेने से इसे कमाया जा सकता है इसके लिए एसिटामिनोफेन और एडविल जैसी दवाइयां ली जा सकती है।
बुखार के लिए फायदेमंद दबाएं
शरीर में सामान्य तापमान से अधिक तापमान होना ही बुखार होता है। शरीर का तापमान इम्यून सिस्टम के किसी इंफेक्शन से लड़ने पर बढ़ता है सामान्य बॉडी का टेंपरेचर 98.5 डिग्री फॉरेनहाइट है। आमतौर पर बुखार 2 दिन तक रहता है
1) पेरासिटामोल – Paracetamol
पेरासिटामोल एक ऐसी दवा है जिसको बुखार को कम करने के लिए लिया जा सकता है। इसके अलावा इस दवा से सिर दर्द, गैस, दांतों का दर्द, कमर दर्द और ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी शारीरिक समस्याओं से आराम मिल जाता है।
2) myUpchar – माय उपचार
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3) आइबूप्रोफेन – Ibuprofen
आइबुप्रोफेन को भी बुखार के लिए काफी अच्छी मेडिसिन माना जाता है। जिसके अनुसार निम्न प्रकार की मेडिसन आती है।
4) एडविल
एडविल – एडविल दवा का सेवन बुखार को कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा मसल पेन अर्थराइटिस, पीरियड्स पेन व सिरदर्द जैसी समस्याओं में एडविल का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
5) नेप्रोक्सेन
नेप्रोक्सेन – नेप्रोक्सेन के सेवन से बुखार और अर्थराइटिस जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है। इसे उपयोगी नॉनस्टेरॉयडल व एंटी इंफ्लेमेटरी दवा माना गया है।
6) वोल्टरेन – Voltaren
वोल्टरेन दवा बुखार, दर्द व सूजन को कम करने में सहायक है। वायरल इंफेक्शन में भी डाक्टर इस दवा को लेने की सलाह देते हैं।
बुखार को जल्दी तोड़ने के लिए 8 असरदार नुस्खे आजमाएं
बुखार एक आम समस्या है बुखार किसी भी व्यक्ति के शरीर को तोड़कर दम लेता है। हल्के बुखार से बिना दवाओं के जरिए राहत पाई जा सकती है लेकिन बुखार के साथ कंपकपी बदन दर्द और उल्टी जैसे लक्षण होते हैं तो डॉक्टर के पास जाना बेहतर रहता है।
सर्दियों के मौसम में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है इन दोनों ही स्थितियों में बुखार एक आम समस्या है। बुखार किसी भी व्यक्ति के शरीर को तोड़ कर रख देता है हल्के बुखार को घर पर कुछ आसान नुस्खों के साथ खत्म किया जा सकता है।
बुखार का कोई इलाज करने से पहले इसे समझना जरूरी होता है शरीर का सामान्य तापमान 97 से 99 F के बीच होता है। बुखार 100.4° F या इससे ज्यादा का हो जाता है तो लो ग्रेड बुखार होता है गंभीर बुखार बीमारी व्यक्ति की उम्र के आधार पर निर्भर करता है। एक महीने में कम उम्र के शिशुओं में 100.4° F गंभीर माना जाता है यदि बात की जाए वयस्कों की तो उनके लिए 103° F बुखार गंभीर माना जाता है। 1 महीने और किसी से कम उम्र के शिशुओं के लिए 100.4° या उससे अधिक के तापमान के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने जरूरत होती है। यदि बुखार की स्थिति में बच्चा आंख से संपर्क कर रहा है तो बातों का जवाब दे रहा है तरल पदार्थ पी रहा है। और सामान्य रूप से उल्टी कर रहा है तो चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
यदि बुखार से पीड़ित किसी बच्चे का व्यक्ति को कंपकपी, गंभीर सिरदर्द, गर्दन में दर्द, मानसिक भ्रम, लगातार उल्टी आना, तीन दिनों से अधिक समय तक बुखार रहना, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द या पेशाब करते समय दर्द जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
1) तरल पदार्थों का खूब सेवन करें
बुखार के दौरान शरीर के बढ़ते हुए तापमान को कम करने के लिए अधिक पानी पीना जरूरी होता है। पानी नहीं पीने से हाइड्रेशन की समस्या आ जाती है इसके लिए आप फलों का रस विभिन्न प्रकार की चाय काढ़ा इत्यादि का सेवन कर सकते हैं।
2) आराम करें
संक्रमण से लड़ने में शरीर को काफी ऊर्जा लगती है शरीर का तापमान कम करने और जल्दी ठीक होने के लिए बुखार के मरीजों को जितना हो सके उतना रेस्ट करना चाहिए।
3) गुनगुने पानी से नहाना
बहुत सारे लोग बुखार होने पर ठंडे पानी से नहाने का विचार करते हैं। हालांकि ऐसा करने से कंपकंपी बढ़ सकती है, जिससे शरीर का तापमान और भी अधिक हो जाता है तापमान को कम करने के लिए आपको गुनगुने पानी से नहाना चाहिए नहाने से थकी हुई मांसपेशियों को शांति मिलती है।
4) हल्के कपड़ें पहनें
अक्सर लोग बुखार होने पर बहुत सारे मोटे कपड़े पहन लेते हैं। ऐसा करने से बुखार और अधिक बढ़ जाता है बहुत अधिक या मोटे कपड़े पहनने से शरीर के खिलाफ गर्मी फस जाती है जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
5) स्पंज करने की कोशिश करें
वाष्पीकरण का शरीर के तापमान पर शीतलन का प्रभाव पड़ता है यदि आप नहा नहीं सकते हैं। तो तापमान को कम करने के लिए ठंडे पानी का स्पंज करें। बगल माथे और गले वाले हिस्सों पर अधिक ध्यान दें एक बार स्पंज करके बाकी शरीर को ढक कर रखें।
6) बर्फ चूस सकते हैं
यदि आपको पानी या अन्य तरल पदार्थ पीने से मिचली आ रही है। तो आप इसकी वजह बर्फ चूस सकते हैं। सादा पानी पीने की वजह अपने आइस क्यूब ट्रे में पतला फलों का रस जमा कर ले और थोड़ी थोड़ी देर में इसे चूसते रहें।
7) गरारे करें
गरारे करने से गले की खराश और बुखार कम होने की संभावना अधिक रहती है। और अस्थाई राहत भी मिलती है एक गिलास गर्म पानी और आधा चम्मच नमक घोलकर दिन में चार बार गरारे करें। इसके लिए पानी में शहद और सेब का सिरका मिला सकते हैं। दो कप गरम पानी में एक बड़ा चम्मच रास्पबेरी के पत्ते या नींबू का रस मिलाकर गरारे कर सकते हैं।
8) ओटीसी दवाएं
अधिकतर बुखार को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन और इबुप्रोफेन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं ले सकते हैं। उचित खुराक पर ध्यान दें और उन्हें अन्य बुखार कम करने वाली दवाओं के साथ इस्तेमाल ना करें। आपको अपने डॉक्टर की सलाह के बिना अपने बच्चों या बच्चे को एस्प्रिन नहीं देनी चाहिए। 6 महीने से कम उम्र के शिशुओं को इबुप्रोफेन नहीं दिया जाना चाहिए।
डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है यह किसी भी प्रकार की दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता है अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
सारांश (Conclusion)
यदि कोई बुखार के चलते परेशान रहता है तो वह डॉक्टर की सलाह पर इस लेख में बताई गई दवाओं का सेवन कर सकता है। यह दवाई बुखार के साथ-साथ अन्य समस्याओं के लिए भी फायदेमंद साबित रहती हैं। दवाओं के अलावा मरीज के लिए पर्याप्त आराम करना तरल पदार्थों का अधिक सेवन करना और पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।